Bharat GPT भारत का पहला देसी जनरेटिव AI मॉडल है जो भारतीय भाषाओं में संवाद करने की क्षमता रखता है। जहां अब तक ChatGPT और Google Gemini जैसे AI टूल अंग्रेज़ी भाषा में बेहतर प्रदर्शन करते थे, वहीं Bharat GPT का मकसद है भारतीय यूज़र्स को उनकी मातृभाषा में AI का अनुभव देना।
क्यों जरूरी है Bharat GPT?
- भारत में 50 करोड़ से अधिक लोग हिंदी या अन्य भारतीय भाषाओं में इंटरनेट का उपयोग करते हैं।
- भाषा की बाधा के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र, किसान, व्यापारी आदि अब तक AI से वंचित थे।
- Bharat GPT इस दूरी को पाटने के लिए बना है।
Bharat GPT की खासियतें
- हिंदी और अन्य भाषाओं में संवाद: भारत की 10+ प्रमुख भाषाओं में काम करता है।
लोकल डाटा से प्रशिक्षित: Indian context को बेहतर तरीके से समझता है।
शिक्षा, हेल्थ, एग्रीकल्चर में उपयोगी: छात्रों और किसान भाइयों के लिए उपयोगी जानकारी दे सकता है।
- 100% मेक इन इंडिया: भारतीय संस्थानों द्वारा विकसित।
कौन बना रहा है Bharat GPT?
Bharat GPT को Tech Mahindra और IIT बॉम्बे, IIIT हैदराबाद जैसे संस्थानों के सहयोग से तैयार किया जा रहा है। यह भारत सरकार की National Language Translation Mission (NLTM) के तहत भी सहयोग कर रहा है।
Bharat GPT vs ChatGPT
विशेषता | Bharat GPT | Bharat GPT |
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भाषा समर्थन | हिंदी, तमिल, तेलुगु | मुख्यतः अंग्रेज़ी |
लोकल ज्ञान | अधिक | सीमित |
प्राइवेसी व कंट्रोल | भारत में होस्टेड | US आधारित |
शिक्षा व सरकारी सेवाएं | अधिक अनुकूलित | सामान्य उपयोग |
कहाँ उपयोग कर सकते हैं?
- छात्रों के लिए: प्रश्नों के उत्तर, निबंध लेखन, अनुवाद।
- किसानों के लिए: मौसम जानकारी, सरकारी योजनाएं।
- बिजनेस के लिए: लोकल भाषा में कस्टमर सपोर्ट।
- ऐप डेवलपर्स: इंडियन यूज़र्स के लिए AI इंटीग्रेशन।
पहले से उपलब्ध कुछ इंटरफेस
- MyGov India के चैटबॉट्स में इसकी शुरुआती टेस्टिंग शुरू हो गई है।
- स्कूली शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य सेवाओं में इसका पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है।
निष्कर्ष
Bharat GPT केवल एक AI नहीं बल्कि भाषा और टेक्नोलॉजी के बीच सेतु है। यह भारत के करोड़ों लोगों को डिजिटल क्रांति से जोड़ने का नया रास्ता है। आने वाले समय में यह शिक्षा, प्रशासन और व्यवसाय के क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकता है।